अपडेट 16
माही: तो सबसे पहले मैं अपने बारे में बता दूँ। मैं माही हूँ। सैम की गर्लफ्रेंड।
इस गर्लफ्रेंड शब्द से रितिका के दिल में एक टीस सी उठी है।
रितिका: जानती हूँ।
माही: अच्छा है तो मैं बात। तुम सैम को जानती हो।
रितिका: नहीं। मैं सैम को नहीं जानती। मैं समीर को जानती हूँ। वो समीर जो मुझसे प्यार करता था। इस सैम को नहीं जो तुमसे प्यार करता है। ये बोलते हुए उसकी आँखों में आँसू आ जाते हैं।
माही: अच्छा और समीर को सैम में बदला किसने। किसने उसे सबके सामने बेइज़्ज़त करके उसके दिल को तोड़ा था।
रितिका: मैंने जानबूझकर नहीं किया, मैं मजबूर थी, मुझे धमकाया गया था।
माही: ऐसी भी क्या मजबूरी रितिका जो तुमने एक अच्छे इंसान के साथ ऐसा किया और किसने धमकाया था तुम्हें।
रितिका: वो मैं सिर्फ़ सैम को ही बता सकती हूँ और किसी को नहीं।
माही: अच्छा। तो क्या तुम सैम से प्यार करती हो।
रितिका: अब इसका क्या फ़ायदा। मैंने कहा ना मैं किसी सैम को नहीं जानती।
माही: तो कल जब उसने तुम्हारे मुँह पे ख़ून के छींटे फेंके थे और वो तुम्हारी माँग में सिंदूर की तरह गिरा तो तुमने अभी तक उसे ठीक से साफ़ क्यों नहीं किया।
रितिका जब ये सुनती है तो उसे बहुत बड़ा झटका लगता है। वो सोचती है माही ने कैसे वो देख लिया कि अभी भी वो उसके सिर में है।
रितिका: तुम्हें कैसे पता अभी भी वो मेरे सिर में है। सुबह से मुझे बहुत लोगों ने देखा, किसी ने नहीं पहचाना, तुमको कैसे पता चला।
माही: तुमने शायद ठीक से मुझे अभी तक देखा नहीं है। अगर देख लेती तो ये सवाल नहीं करती।
रितिका गौर से माही को देखती है। तब उसे उसके माथे में हल्का सा लाल रंग दिखता है। जिसे देख उसकी आँखें बड़ी हो जाती हैं।
रितिका: मतलब तुम।
माही: हाँ तुमने सही समझा है। और 7 दिन हुए हैं।
ये सब सुनते ही रितिका इस बार जोर-जोर से रोने लगती है।
माही: अरे तुम रो क्यों रही हो। चुप करो।
रितिका: कैसे चुप करूँ। मेरी ज़िंदगी को एक खेल बना दिया है। पहले उसके प्यार ने और अब इस शादी ने और कल क्लास में उसकी वो गंदी हरकत।
माही: कुछ नहीं हुआ है। क्या तुम थोड़ी देर शांति से मेरी बात सुनोगी।
रितिका: बोलो क्या बोलना है अब।
माही: वो आज भी तुमसे प्यार करता है। जब मैंने उसे प्रपोज़ किया था तब ही उसने मुझे तुम्हारे बारे में सब बता दिया था। और उसने मुझसे कहा था मुझे तुम्हें स्वीकार करना होगा। उसे तुम्हारी उस हरकत की वजह से बहुत दुख हुआ है। जिसे वो भुला नहीं पा रहा है लेकिन उसे लगता था तुमने किसी मजबूरी में किया है। और ये सच भी निकला। लेकिन वो तुम्हें उस वक़्त और सामना नहीं कर सकता था इसलिए वो लंदन आ गया। और अभी वो तुमसे नाराज़ है। पर प्यार भी बहुत करता है।
रितिका: ख़ुशी से। सच में। सच में वो मुझे प्यार करता है।
माही: हाँ। लेकिन ये नाराज़गी कब तक चलेगी मैं भी नहीं जानती। और हमें एक-दूसरे को स्वीकार करना होगा।
रितिका: मैं समीर के लिए कुछ भी करूँगी। मुझे कोई समस्या नहीं है। पर क्या हम दोनों के अलावा भी कोई और है।
माही: नहीं। सिर्फ़ हम दोनों। लेकिन मैं अभी भी बोल रही हूँ नाराज़गी कब तक चलेगी कोई नहीं बता सकता।
रितिका: पर कल जो क्लास में उसने उस कमीनी नताशा के साथ किया वो सब क्या था।
माही: वो सब उसने मेरे कहने पे किया था और आगे भी ये सब होगा।
रितिका: गुस्से से। छी। तुम कैसी लड़की हो। अपने पति को किसी दूसरे के साथ ऐसी हरकत करने को बोलती हो और वो लंदन जाके इतना बदल गया। मैंने एक ऐसे गंदे इंसान से प्यार किया।
माही: तुम्हें सच्चाई नहीं पता इसलिए तुम ऐसा बोल रही हो। अगर सच्चाई पता चल गई तो तुम भी उन लोगों से नफ़रत करोगी।
रितिका: ऐसी कौन सी सच्चाई है जो किसी लड़की के साथ ऐसा करे।
फिर माही उसे सब बताती है कैसे सैम को फॉर्मूला लगा, उनके बीच सेक्स हुआ, कैसे सैम का कंट्रोल हटा, कैसे उसके मॉम डैड को मारा गया, फिर सैम के दादाजी का बदला और माही का दिया प्रॉमिस। सब कुछ बताया।
रितिका सारी सच्चाई सुनके रोने लगती है। माही उसे गले लगा लेती है।
रितिका: मुझे माफ़ कर दो माही। मैंने अनजाने में बहुत ग़लत कहा सैम को और तुम्हें।
माही: मुझे तुमसे कोई नाराज़गी नहीं है अगर तुम्हारी जगह मैं होती तो मैं भी यही करती। पर तुम्हें उसकी नाराज़गी को सहन करके उसके प्यार को हासिल करना होगा।
रितिका: मैं उसकी नाराज़गी भी सहलूँगी, उसको जो दुख दिया है उसके सामने ये सजा कुछ भी नहीं। आज तुमने मुझे बहुत बड़ी ख़ुशी दी है। मुझे मेरा समीर लौटा दिया। थैंक यू सो मच।
माही: पर अभी तक तुमने वो मजबूरी नहीं बताई है और धमकी किसने दी ये भी।
रितिका: वो तो सीधा सैम को ही बताऊँगी। क्योंकि ये बहुत बड़ी बात है। और धमकी मुझे उस राजेश शर्मा ने दी थी।
माही: क्या राजेश शर्मा ने।
रितिका: हाँ। अब बाकी सैम को ही बताऊँगी।
माही: ठीक है। लेकिन अभी ये बात किसी को मत बताना। जैसा चल रहा है चलने दो। मुझसे तुम्हारा दुख देखा नहीं गया इसलिए तुमको बताया।
रितिका: ओके। और थैंक यू सो मच ये बोल उसके गले लग जाती है।
माही: वाह एक सौतन दूसरी सौतन के गले लग रही है अच्छी बात है।
रितिका: अब जब सौतन इतनी अच्छी हो तो क्या करे। फिर दोनों हँसने लगती हैं।
माही: वैसे काफ़ी कातिलाना जिस्म है तुम्हारा ये बोल उसकी गांड में हाथ फेर के उसकी एक चूची को मसल देती है।
रितिका: आह कमीनी क्या कर रही है।
माही: अरे तेरा है जिस्म देख के मुँह में पानी आ रहा है। मन कर रहा है यहीं तेरे कपड़े फाड़ के तेरी चूत गांड और इन चूचियों को खा जाऊँ।
रितिका: अरे मेरी कमीनी सौतन कंट्रोल कर। वैसे तू भी कुछ कम नहीं है। तेरी गांड और चूचियाँ भी बहुत मस्त हैं। ये बोल रितिका ने भी माही के चूचों को मसल दिया।
माही: आह कमीनी धीरे कर।
ये बोल वो दोनों फिर से हँसने लगती हैं।
माही: अब मुझे मेरी बहन के चेहरे पे हमेशा हँसी चाहिए। और जल्दी से उससे सब बता के माफ़ी ले लो। फिर तेरे इस जिस्म को चखूँगी मैं।
रितिका: ज़रूर। कहीं हमारे सैम ने बायसेक्सुअल को तो पसंद नहीं कर लिया।
माही: अरे तेरे और सैम के लिए मैं बायसेक्सुअल बन जाऊँगी बस एक बार तू हाथ तो आ। ये बोल हँसने लगते हैं। फिर दोनों वापस आते हैं। अब रितिका के चेहरे पे से ख़ुशी ख़त्म ही नहीं हो रही थी वो रह-रह कर मुस्कुरा रही थी।
आकाश: क्या बात है रितिका जब गई थी तब कितनी दुखी थी और अब इतनी ख़ुश।
रितिका: बस मुझे ज़िंदगी में जिसकी कमी थी जो चाहिए था वो मुझे मिल गया इसलिए मैं बहुत ख़ुश हूँ और ये ख़ुशी अब कभी भी ख़त्म नहीं होगी।
आकाश: अच्छा ऐसा क्या मिल गया ज़रा हमें भी बताओ।
रितिका: सॉरी। ये मैं किसी को नहीं बता सकती।
काजल: अरे मैं तो तेरी बेस्ट फ्रेंड हूँ मुझे भी नहीं बताएगी।
रितिका: सॉरी। अच्छा मैं चलती हूँ क्लास में। बाय।
अपडेट 17
नताशा: इसे क्या हुआ जो इतनी ख़ुश हो गई।
आकाश: अरे चाहे कुछ भी हो ये ख़ुश है यही बहुत बड़ी बात है।
नताशा: हाँ भाई आप तो बोलेंगे ही। और आपको इनकी हर बात जो अच्छी लगती है। 2 साल से इनसे प्यार करते हैं अब तो बोल दीजिए कहीं ऐसा ना हो कोई और इसे ले जाए।
आकाश: जिसने भी इसकी तरफ़ देखा उसको जान से मार दूँगा।
नताशा: तो जल्द से जल्द बोल दो भाई।
आकाश: ठीक है आज रात घर में जो पार्टी है उसमें आज प्रपोज़ कर दूँगा।
काजल: बहुत अच्छा है।
आकाश: हाँ लेकिन कोई कुछ नहीं बोलेगा। सरप्राइज़ दूँगा।
तीनों: श्योर।
रितिका जब क्लास में जाती है तब सैम वहाँ पहले से था। वो जाके उसके बगल में बैठ जाती है और प्यार भरी नज़रों से उसे देखने लगती है और उससे थोड़ा चिपक के बैठ जाती है।
पर सैम उसे इग्नोर करने की पूरी कोशिश करता है।
तभी नताशा वहाँ आ जाती है।
नताशा: रितिका तुमने कहा था रिसेस के बाद।
रितिका: ओ सॉरी।
सैम वहाँ से झट से उठ जाता है और दूसरी बेंच पे जाके बैठ जाता है पर नताशा इस बार उसके बगल में जाके उससे चिपक के बैठ जाती है।
रितिका को सैम की हरकत देख हँसी तो बहुत आती है पर नताशा की हरकत देख उसे बहुत गुस्सा आता है और मन में बोलती है।
रितिका: कमीनी मेरे पति से कैसे चिपक कर बैठी है और ये भी मौक़े का फ़ायदा उठा रहा है। एक बार इसकी नाराज़गी दूर होने दो फिर दिखाती हूँ। पर अभी क्या करूँ कैसे दूर करूँ इस कमीनी को सैम से। हाँ माही को बोलती हूँ अब वही कुछ करेगी।
रितिका झट से माही को कॉल करती है।
माही: बोलिए रितिका जी।
रितिका: माही ये क्या लंदन में भी लड़कियों से चिपकता रहता था।
माही: नहीं तो क्यों।
रितिका: तो यहाँ क्यों चिपक के बैठा है उस कमीनी नताशा से।
माही: क्या उसकी इतनी हिम्मत। मैं अभी आती हूँ। अभी तो क्लास शुरू होने में टाइम है।
रितिका: जल्दी आओ। मुझसे सहन नहीं हो रहा है। कल ही पति बना और आज किसी दूसरे के साथ। एक बार नाराज़गी ख़त्म होने दो फिर दिखाती हूँ इसको।
माही: हाँ छोड़ेंगे नहीं।
रितिका कॉल कट कर देती है। और पीछे मुड़ के सैम को देखती है तो वो हँस-हँस के बाते कर रहा होता है। और उसका हाथ नताशा की चूत के पास होता है जिससे रितिका को बहुत गुस्सा आता है।
तभी सैम अचानक उठ खड़ा होता है और दूसरी बेंच पे जाके बैठ जाता है।
नताशा उसके ऐसे अचानक उठ जाना समझ नहीं पाती। रितिका को भी समझ नहीं आता। पर जब वो सैम की नज़रों का पीछा करती है तब पता चलता है कि क्यों सैम अचानक उठ गया।
क्योंकि क्लास के अंदर माही एंटर कर रही थी जिसको देखते ही सैम उठ के दूसरी तरफ़ बैठ गया। माही को देखते ही रितिका के चेहरे में मुस्कुराहट आ जाती है।
माही: क्या कर रहे हो सैम।
सैम: कुछ नहीं बस बैठा हूँ। तुम यहाँ कैसे।
माही: मैं तुमको देखने आ गई कहीं तुम भटक तो नहीं रहे हो ना।
सैम: मैं समझा नहीं।
माही: घर में सब समझा दूँगी चिंता मत करो। अगर फिर कभी ऐसा करते देखा ना तो।
सैम: समझ गया। मैं दूर ही रहूँगा। पर वो मेरे पास आके बैठी थी।
माही: और तुमने मौक़े का फ़ायदा उठाया राइट।
सैम की बोलती बंद हो गई।
माही: अब चुपचाप जाके ऋषि के बगल में बैठो। मुझे नेक्स्ट टाइम नहीं दिखना चाहिए।
सैम: ओके।
माही वहाँ से जाते वक़्त रितिका को सबसे छुपाके आँख मार देती है।
रितिका की तो हँसी ही नहीं रुक रही थी। नताशा सैम के पास आके।
नताशा: क्या हुआ अचानक ऐसे उठ क्यों गए और माही अचानक क्यों आई।
सैम: वो उसे कुछ काम था इसलिए आई थी। अच्छा मैं चलता हूँ ऋषि के पास क्लास शुरू होने वाला है। ये बोल वो जल्दी से उठ के ऋषि के पास जाके बैठ जाता है।
सैम की ऐसी घबराहट देख रितिका की तो हँसी रुक ही नहीं रही थी वो बहुत मुश्किल से ख़ुद को कंट्रोल कर रही थी।
फिर क्लास में टीचर आते हैं और पढ़ाने लगते हैं। पर रितिका का ध्यान तो पढ़ाई की जगह अपने पति पर था। वो उसे ही देखे जा रही थी। ये चीज़ आकाश, करन और नताशा भी नोटिस करते हैं।
क्लास ख़त्म होने के बाद आकाश रितिका के पास आता है।
आकाश: रितिका अगर बुरा ना मानो तो एक बात पूछूँ।
रितिका: बिना उसकी तरफ़ देखे। हाँ पूछो ना।
आकाश: तुम तब से सैम को ही क्यों घूरे जा रही हो।
रितिका थोड़ा सा सकपका जाती है पर कॉन्फिडेंस से जवाब देती है।
रितिका: अरे नहीं-नहीं। मैं कुछ सोच रही थी और मेरा ध्यान मेरी सोच में था पर मेरी गर्दन उसकी तरफ़ है इसलिए तुम्हें ऐसा लगा होगा। और वैसे भी मैं उसको क्यों घूरने लगी। वो कभी मेरा अच्छा दोस्त हुआ करता था पर अब एक अनजान है।
नताशा: अच्छा तभी एक अनजान की क़सम पे उसने राघव को मारना छोड़ दिया।
रितिका: अब उसने क्यों छोड़ा ये तो मुझे भी नहीं पता। शायद कभी हमारी दोस्ती थी इसलिए छोड़ दिया हो।
आकाश: छोड़ो इस बात को। आज मेरे घर में एक पार्टी है और तुमको आना है।
रितिका: सॉरी आकाश मुझे थोड़ा काम है मैं नहीं आ पाऊँगी।
आकाश: प्लीज़ आज आ जाना। 30 मिनट्स के लिए ही सही लेकिन प्लीज़ आज आ जाना। इट्स अ रिक्वेस्ट। मेरे सारे दोस्त आएँगे और तुम नहीं आओगी तो मुझे बुरा लगेगा।
रितिका: ओके। मैं आ जाऊँगी। अब ख़ुश।
आकाश: थैंक यू।
फिर वो लोग अपनी सीट पे आ जाते हैं। इस बार रितिका सैम को घूरना बंद कर देती है।
क्लासेस के बाद रितिका माही से मिलती है और उसे सैम का हाल बताती है। दोनों बहुत जोर-जोर से हँसने लगती हैं रितिका जो इतनी देर से कंट्रोल किए हुए थी वो कंट्रोल उसका छूट जाता है।
फिर ये लोग घर आते हैं। शाम को सैम थोड़ा कंपनी के लिए अकेले ही निकलता है।
रितिका भी आकाश के घर जाने के लिए निकलती है।
पार्टी रात की तरफ़ की थी। इसलिए रितिका थोड़ा लेट से निकली थी। वो अपनी कार से जा रही थी तभी जंगल के बीच में उसकी कार ख़राब हो गई।
ऐसे कार के ख़राब होने से वो डर जाती है वो अपना मोबाइल देखती है जिसमें नेटवर्क भी नहीं आ रहा था। तभी वहाँ नशे में धुत्त कुछ लड़के आ जाते हैं। जिन्हें देख रितिका और डर जाती है।
वो लड़के रितिका को अकेला देख कर उसके पास आने लगते हैं।
एल1: अरे क्या लड़की है। एकदम दूध जैसे सफ़ेद।
एल2: क्या बात है मैडम। इस वक़्त यहाँ क्या कर रही हो।
एल3: अरे हमारा ही इंतज़ार कर रही होगी। चलो ले चलो इसे आज इसे मस्ती करेंगे। बहुत दिन हो गए चूत और गांड मारे हुए। और इसे देख कर तो लगता है अभी तक सील पैक है।
वो लड़के रितिका का हाथ पकड़ लेते हैं।
रितिका चिल्लाने लगती है।
एल1: यहाँ पे कोई नहीं आने वाला मैडम। बेकार में चिल्ला रही हो। हमारे साथ चलो पूरी रात मस्ती करेंगे।
रितिका: छोड़ो मुझे।
एल2: अरे तुम्हें कैसे छोड़ दे। तुम्हें छोड़ देंगे तो हमारे लंड को कौन शांत करेगा।
तभी एल2 के सिर में बेयर की बोतल फूट जाती है।
सब कोई अचानक हुए इस हमले से शॉक हो जाते हैं। वो पीछे मुड़ के देखते हैं वहाँ सैम खड़ा था। जो कंपनी से वापस घर जा रहा था।
रितिका: सैम। मुझे बचाओ सैम।
सैम कुछ नहीं बोलता बस उन लड़कों को मारता रहता है। तब तक मारता है जब तक बेहोश ना हो जाए।
सैम जब रितिका के पास जाता है तो रितिका उसके सीने से लग जाती है।
रितिका: थैंक यू सैम। थैंक यू सो मच। आज अगर तुम टाइम पे ना आते तो मैं किसी को मुँह दिखाने के लायक नहीं रहती।
सैम: चुप करो। और घर चलो।
वो रितिका को लेके चुपचाप अपनी कार में बैठ जाता है। पूरे रास्ते वो कोई बात नहीं करते। सैम रितिका को घर ड्रॉप कर देता है। और वहाँ से बिना कुछ बोले चला जाता है।
रितिका जब घर में एंटर करती है तब उसका फोन बजता है जिसमें आकाश का कॉल था।
रितिका: हेलो।
आकाश: रितिका कहाँ हो यार। कबसे वेट कर रहा हूँ।
रितिका: सॉरी आकाश मैं नहीं आ सकती। मेरी कार बीच रास्ते में ख़राब हो गई थी।
आकाश: क्या। अभी कहाँ हो तुम बोलो मैं आता हूँ तुम्हें लेने।
रितिका: नहीं तुम्हें आने की ज़रूरत नहीं मेरा एक फ्रेंड वही से आ रहा था उसने मुझे घर ड्रॉप कर दिया है। इसलिए अभी मैं घर पे ही हूँ। सॉरी।
आकाश: कोई बात नहीं। कल कॉलेज में बात कर लेंगे।
रितिका: हाँ ओके बाय।
फिर कॉल कट हो जाता है। रितिका अपने कमरे आके चेंज करती है और सैम के बारे में ही सोचने लगती है।
रितिका: मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था मेरे उस बिहेवियर के बाद भी तुम मुझे इतना प्यार करोगे। प्यार तो मैं तुम्हें तब भी करती थी पर क्या करूँ अगर मैं उस वक़्त तुम्हारा प्रपोज़ल एक्सेप्ट करती तो तुम्हारी जान को ख़तरा होता। अब मैं तुम्हें ये कैसे बताऊँ तुम्हारे ख़ुद के पापा ने मुझे धमकी दी थी कि अगर मैंने तुम्हारा प्रपोज़ल एक्सेप्ट किया तो वो तुमको जान से मार देंगे।
मैं कैसे अपने प्यार को ऐसे मरने देती। इसलिए मैंने उस दिन वो सब किया जिससे तुम भले ही मुझे ग़लत समझो पर तुम्हारी जान बच जाएगी। मैंने सोचा था तुमसे बाद में मिलके सब सच बताऊँगी पर तुम तो अपनी रीति से नाराज़ होके यहाँ से चले गए। पर अब मुझे कोई मजबूर नहीं कर सकता। क्योंकि मुझे पता है अब तुम्हें मारना कोई आसान काम नहीं। पर मैं कैसे तुम्हें ये बताऊँ कि मैं भी तुमसे उतना ही प्यार करती हूँ जितना कि तुम इनफैक्ट उससे ज़्यादा करती हूँ। और अब तो हमारे बीच एक और रिश्ता बन गया है। पता नहीं और कितने दिन ये दूरी सहनी पड़ेगी।
इधर सैम अपनी पावर से ये सब कुछ सुन लेता है जिससे उसकी आँखें गुस्से से लाल हो जाती हैं।
सैम: राजेश शर्मा तूने मुझे दुख दिया मैं कुछ नहीं बोला मुझे रुलाया मैं कुछ नहीं बोला पर तूने मेरी रीति को दुख दिया उसे रुलाया। अब तेरी ज़िंदगी को मैं नर्क बना दूँगा। तू मौत के लिए तड़पेगा पर तुझे मौत नहीं मिलेगी। आई प्रॉमिस। काल उस MLA और उसके बेटे की लोकेशन कहाँ है।
काल: सर वो इस वक़्त अपने एक गोदाम में हैं जहाँ उसका नकली मेडिसिन का स्टॉक रखा हुआ है।
सैम: आज उसको उसके किए की सजा मिलेगी।
रितिका सैम के ख़यालों में सो जाती है और सैम निकल पड़ता है अपने काम में।
अपडेट 18
सैम जब उस गोदाम में जाता है तो वहाँ कुछ आदमी थे जो उस गोदाम की रखवाली कर रहे थे। उनमें से एक आदमी ने सैम को देख लिया।
A1: अए यहाँ क्या कर रहा है निकल वरना बेमौत मारा जाएगा।
सैम कुछ नहीं बोलता बस उसकी गर्दन को काट देता है। ये हरकत देख बाकी लोग सक्ते में आ जाते हैं। वो लोग कुछ बोल पाते उसके पहले ही सैम ने उनको भी चुप करवा दिया।
फिर सैम धीरे से चुपके से अंदर जाता है जहाँ MLA और उसका बेटा जिसके शरीर में जगह-जगह पट्टियाँ बंधी थी कुछ आदमियों के साथ वहाँ खड़े थे।
सैम चुपके से जाके एक आदमी को मार के उसकी लाश को उनके सामने फेंक देता है। अचानक हुए इस हमले वो एक पल को तो डर जाते हैं। पर फिर सारे आदमी चौकन्ने हो जाते हैं।
तभी वो सैम को सामने से आते हुए देखते हैं और उसके हाथों में ख़ून से सनी तलवार।
सैम को देखते ही वो आदमी गोलियाँ चलाने लगते हैं। पर गोलियाँ सैम को छू के गिरने लगती हैं जिसे देख वो थोड़ा और डर जाते हैं। सैम आगे बढ़ता है और सारे आदमियों को एक-एक करके मार देता है। और सीधा जाके MLA और राघव के सामने खड़ा है।
राघव: थोड़ा डर के। कौन हो तुम।
सैम चारों तरफ़ देखते हैं फिर अपना मास्क और हूडी निकालता है। राघव और MLA सैम को देख कर शॉक हो जाते हैं।
राघव: तू यहाँ।
सैम: DEVIL।
ये नाम सुनके राघव और MLA दोनों के पैर काँपने लगते हैं क्योंकि वो जानते थे DEVIL क्या है और कौन है।
MLA: तुम DEVIL हो।
राघव: मुझे माफ़ कर दो। मुझसे ग़लती हो गई। मैं आज के बाद ऐसा नहीं करूँगा।
सैम: DEVIL की पास माफ़ी नाम की कोई चीज़ नहीं है। ये बोल सैम उसकी गर्दन को एक झटके में उड़ा देता है।
MLA ये देख कर अपनी पैंट गीली कर देता है।
सैम: नकली मेडिसिन्स का धंधा करने का बहुत शौक है ना। बहुत शौक है ना लड़कियों को अपने बिस्तर की रंडी बनाने का।
MLA: मुझसे ग़लती हो गई। मैं आज के बाद ऐसा नहीं करूँगा। मैं ख़ुद को पुलिस के हवाले कर दूँगा। मुझे छोड़ दो।
सैम: आज के बाद ऐसा करने के लिए तू ज़िंदा रहेगा तब ना करेगा। ये बोल MLA को भी एक झटके में ख़त्म।
फिर अपना मास्क और हूडी पहन के वहाँ से निकल पड़ता है।
सैम: काल पुलिस को कॉल करके यहाँ की खबर दो। और वीडियो में देख लेना कहीं भी मेरा चेहरा ना दिखे।
काल: ओके सर।
फिर सैम वहाँ से घर आता है तो देखता है माही वही बैठ के उसका वेट कर रही है।
सैम: तुम सोई नहीं।
माही: तुम बाहर हो और मैं सो जाऊँ ये कैसे हो सकता है। कहाँ गए थे।
सैम: MLA के पास।
माही: यानी MLA और वो राघव को मार दिया।
सैम: मेरी बीवी के बारे में ग़लत बोलेगा और मैं उसको छोड़ दूँ।
माही: ठीक है चलो अब सो जाओ। का कॉलेज भी जाना है।
सैम: हम्म।
फिर ये दोनों भी सो जाते हैं।
उधर जब पुलिस वहाँ पहुँची तो वहाँ की हालत देख कर शॉक हो जाती है। वो जल्दी से मीडिया को बुला लेती है। फिर मीडिया आके वो सब रिकॉर्ड करते हैं।
मीडिया और पुलिस ने CCTV फुटेज देखी तब उन्हें पता चला MLA और उसका बेटा नकली मेडिसिन्स का धंधा करता है। वो लोग इन्वेस्टिगेशन करते हैं और रिपोर्ट बनाके वहाँ से निकल जाते हैं।
अगले दिन मीडिया ने रात के कवर किए न्यूज़ को टेलीकास्ट कर दिया। जिससे पूरे शहर में हंगामा हो गया। हर जगह DEVIL का नाम था।
इधर रितिका इस बात से अनजान के उसे एक बहुत बड़ा शॉक मिलेगा वो कॉलेज जाती है। आज माही सैम और दीपक पहले कॉलेज आ जाते हैं।
आकाश आज रितिका का वेट कर रहा था क्योंकि वो कल का अधूरा काम आज करने वाला था।
रितिका जैसे ही कॉलेज में एंटर करती और अपनी कार पार्क करके उतरके कैंटीन की तरफ़ आती है तभी आकाश उसके सामने आ जाता है।
सैम दूर से ही ये देख रहा था पर उसने कुछ रिएक्ट नहीं किया।
आकाश: रितिका मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूँ। कहना तो कल था पर तुम आ नहीं पाई इसलिए आज कहना चाहता हूँ।
रितिका: बोलो क्या कहना है।
तभी कॉलेज में सिन्हानिया, मल्होत्रा और रितिका के डैड आते हैं राजेश भी उनके साथ था।
रितिका: डैड आप यहाँ।
अभय: हाँ मुझे आकाश ने कॉल करके यहाँ बुलाया है।
रितिका: बोलो आकाश क्या कहना है।
आकाश 2 कदम पीछे जाके अपने घुटनों पे बैठ जाता है।
आकाश: रितिका जिस दिन पहली बार तुमको स्कूल में देखा था उसी दिन मुझे तुमसे प्यार हो गया था। लेकिन कभी भी बोल नहीं पाया। और कल भी इसलिए तुमको पार्टी में बुलाया था ताकि तुमको अपनी पूरी फैमिली के सामने प्रपोज़ कर सकूँ। पर आज करता हूँ।
रितिका क्या तुम मेरी ज़िंदगी बनके मुझे पूरा करोगी। आई लव यू रितिका।
रितिका: डैड ये सब क्या है। आपको तो सब पता है ना। फिर भी आपने मुझे नहीं बताया।
आकाश: उनको क्या किसी को इस बारे में कुछ नहीं पता। क्या तुम मुझसे प्यार करती हो।
रितिका एक नज़र सैम को देखती है। वो उसकी तरफ़ तो नहीं देख रहा था पर उसका ध्यान उसके ऊपर ही था और उसकी आँखों में थोड़ी नमी भी थी।
रितिका: नो। तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ये सब करने की। मैंने तुम्हें सिर्फ़ एक अच्छा दोस्त माना है।
आकाश: पर मैं तो तुमसे प्यार करता हूँ।
रितिका: और मैं किसी और से प्यार करती हूँ। इनफैक्ट वो भी मुझसे बहुत प्यार करता है। डैड आपको सब पता है ना।
आकाश: गुस्से में। तुम सिर्फ़ मेरी हो। अगर किसी ने तुम्हारी तरफ़ देखा भी तो उसको जान से मार दूँगा।
रितिका जब सैम को लेके ये सुनती है तो उसका पारा हाई हो जाता है और उसने आकाश को एक थप्पड़ लगा दिया।
रितिका: तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे प्यार के बारे में ऐसा बोलने की। अगर आज के बाद कभी भी मेरे या मेरे प्यार के ऊपर अपनी ये नज़र दी तो मैं भूल जाऊँगी तुम कभी मेरे अच्छे दोस्त हुआ करते थे।
ये बोल रितिका वहाँ से चली जाती है।
सिन्हानिया: अभय तुम्हारी बेटी को समझाओ मेरा बेटा उसको रानी बनाके रखेगा। अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है।
अभय: मेरी बेटी ने जो किया ठीक किया है। और मैं उसके हर फ़ैसले में उसके साथ हूँ।
राजेश: अभय तुम बेवकूफ़ी कर रहे हो। रितिका को समझाओ। उसे आकाश से अच्छा लड़का नहीं मिलेगा।
अभय: तू मुझे समझाने मत आ। मुझे पता है मेरी बेटी की भलाई किसमें है और किसमें नहीं। मैं तेरी तरह नहीं जो अपनी बेटी का सौदा कर दे।
राजेश: तुम अपनी हद पार कर रहे हो।
सिन्हानिया: तुम और तुम्हारी बेटी पछताएगी। अपनी बेटी को समझाओ।
आकाश: अगर वो मेरी नहीं हुई तो वो किसी की नहीं हो सकती।
अभय: गो टू हेल।
ये बोल अभय वहाँ से निकल गया।
सिन्हानिया: तू चिंता मत कर। ये लड़की सिर्फ़ तेरी होगी। बाय हुक और बाय क्रूक।
ये बोल वो लोग भी वहाँ से चले जाते हैं।
आकाश: करन पता लगा किस बे*** ने रितिका पे नज़र दी है। उसके पूरे खानदान को छोड़ दूँगा।
करन: मैं पता लगाता हूँ।
इधर रितिका वहाँ से सीधा क्लास में जाके बैठ जाती है। तभी उसके पास नताशा आती है।
नताशा: रितिका ये तुमने ठीक नहीं किया। अभी भी टाइम है कुछ नहीं बिगड़ा है। मेरा भाई अब भी तुमसे प्यार करता है।
रितिका: गो टू हेल विद योर ब्रदर'स लव।
नताशा: तुम पछताओगी।
रितिका: मैंने कहा गो टू हेल।
तभी उसके पास काजल आती है।
काजल: ये सब क्या है रितिका। वो तुझसे इतना प्यार करता है और तूने उसकी इस तरह बेइज़्ज़ती की।
रितिका: तूने सुना नहीं मैंने क्या कहा था।
काजल: पर वो तुझसे प्यार करता है। और ये मत भूल वो सिन्हानियास हैं। पूरे इंडिया में इनका राज चलता है। तुझे रानी बनाके रखेगा वो।
रितिका: तू मुझे उसके लिए इतना फ़ोर्स क्यों कर रही है। मैंने कहा ना मैं किसी और से प्यार करती हूँ। इनफैक्ट वो भी मुझसे बहुत प्यार करता है।
काजल: तू किससे प्यार करती है। मैं तो हर वक़्त तेरे साथ रहती हूँ। मैंने तो कभी तुझे किसी का प्रपोज़ आते या करते हुए नहीं देखा सिवाय सैम के। और तू तो किसी लड़के से बात तक नहीं करती।
रितिका: तू उसे नहीं जानती।
काजल: तू मुझे नहीं बोलेगी कौन है वो।
रितिका: उसने अभी किसी को बताने से मना किया है। जब सही टाइम आएगा तब वो ख़ुद सब के सामने आ जाएगा। और अब मुझे इस टॉपिक पे कोई बात नहीं करनी।
तभी वहाँ सैम आ जाता है। और उसके सामने वाले टेबल पे बैठ जाता है।
रितिका पूरे क्लास बस उसे ही देख रही थी पर चुपके से।
आकाश करन और नताशा रितिका को ही घूर रहे थे।
आकाश: करन जल्द से जल्द उसको खोज फिर पूरे कॉलेज के सामने उसको मारूँगा।
करन: हाँ मैं पूरी कोशिश करता हूँ।
रिसेस तक सब लोग क्लास करके कैंटीन में आते हैं।
कैंटीन में माही दीपक पहले से ही बैठे हुए थे। सैम और ऋषि भी उनके पास जाके बैठ जाते हैं। तभी वहाँ रितिका आती है।
रितिका: क्या मैं यहाँ बैठ सकती हूँ।
माही: अरे पूछने का क्या है। आओ ना बैठो।
रितिका वहाँ बैठ जाती है। तभी वहाँ आकाश आता है।
आकाश: रितिका सुबह वो सब क्या था। क्या तुम किसी के प्रेशर में वो बोली थी।
रितिका: गुस्से में। तुम्हें एक बात समझ नहीं आती। मैंने कहा ना मैं किसी और से प्यार करती हूँ। नाउ गेट लॉस्ट।
आकाश: कौन है वो। मैं उसे जान से मार दूँगा। तुम सिर्फ़ मेरी हो।
आकाश की ये बात सुनके माही को भी गुस्सा आता है। पर उसके पहले ही रितिका ने उसे एक थप्पड़ मार दिया।
रितिका: तू उसे मारना तो दूर छू भी नहीं सकता।
आकाश: तेरी आँखों के सामने उसे मारूँगा देख लेना।
ये बोल आकाश वहाँ से निकल जाता है।
रितिका सैम के तरफ़ देखती है और बोलती है।
रितिका: मुझे तुमसे बात करनी है। आज शाम वही आना जहाँ हम मिला करते थे।
सैम: आई एम सॉरी। मुझे कोई मतलब नहीं है। और मुझे ऐसी कोई जगह याद नहीं।
रितिका: ठीक कॉलेज के बाद वही इंतज़ार करूँगी।
ये बोल रितिका वहाँ से चली जाती है।
ऋषि: भाई ये क्या था।
सैम: मुझे क्या पता।
माही: हो सकता है तुमसे माफ़ी माँगने के लिए बुला रही हो।
सैम: मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता।
ऋषि: चल चल नाटक बंद कर। आज भी तेरी आँखों में उसके लिए प्यार साफ़ दिखता है। और वो भी तेरे से ही प्यार करती है।
सैम बस हल्का सा हँस देता है। चलो क्लास में।
फिर सब अपने-अपने क्लास में जाते हैं।
अपडेट 19
सैम और ऋषि जब क्लास में आते हैं तो वहाँ पहले से ही रितिका और काजल बैठे हुए थे। सैम और ऋषि जाकर उनके सामने वाली सीट पे बैठ जाते हैं।
कॉलेज ख़त्म होने के बाद रितिका ने सैम को इशारे से उधर आने को बोल दिया और पार्किंग की तरफ़ जाने लगती है और वहाँ से अपनी कार लेके उस जगह चली जाती है जहाँ सैम को बुलाया था।
कुछ टाइम बाद सैम वहाँ आ जाता है साथ में माही भी थी पर इससे रितिका को कोई प्रॉब्लम ना थी।
रितिका: मुझे पता था तुम ज़रूर आओगे।
सैम: क्यों बुलाया है वो बोलो।
रितिका: क्या मेरी एक बात तुमको इतनी बुरी लगी के तुम मुझे छोड़के चले गए। एक बार भी नहीं सोचा जिसके साथ मैं बचपन से खेलते आ रही हूँ। जिसके सिवा मैंने आज तक किसी भी लड़के को नहीं देखा जिसके बिना मेरा दिन शुरू नहीं होता और रात ख़त्म नहीं होती उसने जब तुमसे ऐसा बिहेव किया तो कोई तो रीज़न होगा। पर तुम तो गुस्से में अपनी रीति को छोड़के चले गए यही तुम मुझसे प्यार करते थे। ये बोलते वक़्त उसकी आँखों में थोड़े आँसू आ जाते हैं।
सैम: अब इन बातों का क्या करूँगा। तुम्हें जो करना था तुमने कर दिया। और अब मैं अपनी लाइफ़ में ख़ुश हूँ।
रितिका: मेरे बिना तुम ख़ुश हो।
सैम: हाँ।
रितिका: ज़रा मेरी आँखों में आँखें डाल कर ये बात बोलके दिखाओ।
सैम: क्या यही सब करने को यहाँ बुलाया है। अगर तुम्हारा हो गया है तो मैं जा रहा हूँ।
रितिका: मुझे मेरा जवाब मिल गया। तुम आज भी मुझसे प्यार करते हो।
सैम: हो गया।
रितिका: इतना एटिट्यूड। अभी बताती हूँ। यहाँ मैं तुम्हारी नाराज़गी को दूर करने की कोशिश कर रही हूँ और तुम एटिट्यूड दिखा रहे हो। माही ज़रा एक वॉक करके आ। तब तक मैं इसकी नाराज़गी दूर करती हूँ।
माही: टेक योर टाइम बेब।
ये बोल माही वहाँ से चली गई।
रितिका: हाँ तो तुम क्या बोल रहे थे।
सैम: मैं बोल रहा...
सैम ने अभी इतना ही बोला था कि रितिका ने अपने होंठ सैम के होंठ से जोड़ दिए। और उसे पैशनेटली किस करने लगी। पहले तो सैम को शॉक लगा और वो उससे दूर हटने लगा पर कब तक किस को ना कर सकता इसलिए वो भी उसे अच्छे से किस करता है। किस करते-करते उसका हाथ रितिका की गांड तक पहुँच जाता और उसे सहलाने भी लगता है।
5 मिनट बाद जब उनकी साँसें उखड़ने लगती हैं तब वो किस तोड़ते हैं।
सैम: ये सब क्या है। कुछ साल दूर क्या रही एकदम जंगली बिल्ली बन गई हो।
रितिका: अच्छा मैं जंगली बिल्ली हूँ और तुम्हारा हाथ कहाँ पर चल रहा था। और अब देखो जंगली बिल्ली का कहर।
ये बोल फिर से सैम के होंठों के ऊपर कूद पड़ी।
इस बार सैम भी तैयार था इसलिए वो फिर से किस करने लगे।
इस बार इनकी किस माही के आने से टूटती है।
माही: अच्छा तो मुझे वॉक पे भेज यहाँ पे सुहागरात की तैयारी हो रही है।
रितिका: तुझे जॉइन करना है तो आजा।
माही: नहीं तुम एंजॉय करो। मैं अपना हिस्सा रात को इंटरेस्ट के साथ लूँगी।
रितिका: ज्यादा मत लेना कुछ मेरे लिए भी छोड़ देना।
सैम: अए चुप कर।
फिर दोनों हँसने लगती हैं।
इस बार रितिका कस के सैम को गले लगा लेती है और सैम भी लगा लेता है।
रितिका: किस लिए छोड़के गए थे मुझे। यही तुम मुझसे प्यार करते थे।
सैम: मुझे बहुत गुस्सा आया था रीति जब तुमने वो सब कहा था।
रितिका: मैं मजबूर थी। अगर मैं वो नहीं कहती तो वो तुम्हें मार देते। और मैं अपने प्यार को कैसे मरने देती। इसलिए मुझे वो सब बोलना पड़ा और जब सुबह ऋषि ने बताया के तुम गुस्से में हमेशा के लिए लंदन चले गए उस दिन से मैं हर रोज़ तुम्हारा इंतज़ार कर रही हूँ। तुम्हें सच बताने के लिए तरस रही हूँ। पर तुम तो आए ही नहीं। और जब आए तो मेरा समीर नहीं आया बल्कि सैम आया।
सैम: आई एम सॉरी रीति। उस वक़्त मैं बहुत गुस्सा था और जब गुस्सा शांत हुआ तब मुझे भी रियलाइज़ हुआ के मुझे ऐसे नहीं आना चाहिए था पर तब बहुत लेट हो चुका था। और मैं आज भी तुम्हारा समीर हूँ। सैम तो बाकी दुनिया के लिए ही हूँ। और अब कभी कहीं नहीं जाऊँगा। और कहीं गया तो तुम दोनों साथ चलोगी।
ये बोल इस बार वो तीनों गले लग जाते हैं।
रितिका: तुम्हें पता है हमें अलग करने वाला तुम्हारा पिता है। उन्होंने ने ही मुझे धमकी दी थी ऐसा करने के लिए। और उस दिन के बाद से मैं उस घर से दूर रहती हूँ। मैंने डैड को भी सब कुछ बता दिया था। उसके बाद से डैड ने भी उनसे हर तरह से दूरी बना ली है।
सैम: मुझे पता है रीति। उसको उसके किए हर गुनाह की सजा मिलेगी। उसको मौत से भी बदतर सजा मिलेगी।
रितिका: नहीं सैम मुझे तुम मिल गए और कुछ करने की ज़रूरत नहीं है। अगर तुम्हें कुछ हो गया तो तो मैं जीते जी मर जाऊँगी। ये बोल उसके गले लग जाती है।
सैम: टेंशन मत लो कुछ नहीं होगा। चलो मेरे घर चलके बात करते हैं।
रितिका: नहीं सैम वहाँ तो वो कमीना इंसान होगा।
माही: अरे मेरी जान हम वहाँ नहीं रहते हमारा दूसरा घर है।
फिर ये लोग घर आते हैं। रितिका घर को देख कर बहुत ख़ुश होती है। पर शॉक भी।
रितिका: माना तुम सुपर ह्यूमन हो DEVIL हो। पर ये सब कैसे आया।
और DEVIL से याद आया रात को जो हुआ वो क्या था।
माही: पहले बैठ तो जा फिर बातें करना।
फिर ये बैठ जाते हैं।
सैम: कोई मेरे सामने मेरी बीवी को बेइज़्ज़त करे और वो ज़िंदा रहे ये पॉसिबल नहीं।
माही: अच्छा चल बता SRM ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के बारे में क्या जानती हो।
रितिका: ये तो इंडिया की टॉप और वर्ल्ड की टॉप 5 में से एक है पर इससे क्या।
माही: अरे मेरी भोली सौतन क्या तुझे SRM का मतलब समझ नहीं आ रहा है।
रितिका जब थोड़ा दिमाग़ में जोर देती है और जब उसे समझ आता है तो उसकी आँखें बड़ी हो जाती हैं।
रितिका: SRM मतलब सैम रितिका माही ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़।
माही: वाह मेरी सौतन सच में होशियार है।
रितिका: पर ये कैसे।
फिर सैम उसे सब बताता है।
रितिका: तो अब क्या करना है।
सैम: बस एक बार ये सब ख़त्म कर दूँ फिर वापस हम लंदन चले जाएँगे।
रितिका: और मैं।
सैम: तुम तो मेरे दिल में हो और कोई दिल को छोड़ता है क्या।
रितिका शर्मा के उसके सीने से लग जाती है।
माही: बस बस और कितना चिपकोगी कहो तो बेडरूम खोल दूँ।
सैम: जलन हो रही है।
माही: अपनी बहन से क्यों जलूँगी।
रितिका: चिपकने से याद आया उस दिन कॉलेज में क्या हो रहा था उस कमीनी के साथ।
सैम ये सुनके घबरा जाता है।
सैम: कहाँ कुछ हो रहा था।
रितिका: ज्यादा बनो मत। मैं वही थी। जब वो कमीनी तुमसे चिपक रही थी और तुम भी कैसे चिपक के बैठे थे और हँस-हँस के बाते कर रहे थे।
सैम: अरे मैं कहाँ चिपक रहा था वो ही चिपक रही थी।
माही: हाँ और तुम मौक़े का फ़ायदा उठा रहे थे।
सैम: ऐसा कुछ नहीं है ग़लत समझ रहे हो।
रितिका: आज के बाद अगर कभी भी किसी लड़की के साथ देखा ना तो वही मार दूँगी। काल।
काल: येस मैम।
रितिका: इसके ऊपर नज़र रखना अगर कभी किसी लड़की के साथ दिखे तो संग-संग मुझे या माही हो बताना और ये तुम्हारे बॉस के बॉस का ऑर्डर है।
काल: सॉरी मैम आपका डेटा मेरे पास फिक्स्ड नहीं है इसलिए मैं आपका ऑर्डर नहीं मान सकता।
माही: तो ये मेरा ऑर्डर है। और रीति तुम मेरे साथ आओ तुम्हारा डेटा फिक्स कर दूँ।
काल: ओके मैम।
फिर माही ने रीति का डेटा काल में फिक्स किया और उसे भी वॉच और ईयरप्लग्स दिया।
रितिका: अब देखती हूँ कैसे किसी लड़की से मिलते हो।
सैम: अरे मैं ऐसा क्यों करूँगा जब मेरे पास पहले से ही 2 जान हैं।
माही: इसी में ख़ुश रहना समझे।
सैम: समझ गया। फिर धीरे से बोलता है मुझे अपनी हड्डियाँ सही सलामत चाहिए।
रितिका: कुछ कहा तुमने।
सैम: नहीं मैं कह रहा था तुम सबके सामने मेरे साथ बिल्कुल पहले के जैसे ही बिहेव करना। एक बार उन लोगों को ख़त्म कर दूँ फिर जो मन में आए करना।
रितिका: जल्दी करना। मुझसे अब और कंट्रोल नहीं होगा बहुत वेट किया है तुम्हारा और दूरियाँ सहन नहीं होगी।
माही: दूरियाँ सहन नहीं होती या चूत की खुजली मिटानी है।
रितिका: साली कमीनी ख़ुद तो रोज़ रात को इसका लंड अपनी चूत में लेती है और मुझे बोल रही है।
माही हँसने लगती है।
फिर ये लोग ऐसे ही बातें करने लगते हैं।
अपडेट 20
थोड़ी देर बाद वहाँ दीपक आ जाता है।
दीपक: हाय गाय्स।
माही: हाय दीपक कहाँ गया था।
दीपक: वो कंपनी गया था अब सोचा वही पे टाइम पास किया जाए।
सैम: वाह अच्छा है। वैसे इसे मिल ये है रितिका। और रितिका ये है दीपक।
दीपक: हाय रितिका।
रितिका: हाय दीपक।
दीपक: वैसे कॉलेज में तो मुलाकात तो हो गई थी आज पहली बार बात हो रही है लगता है तुम दोनों का ममला सॉर्ट आउट हो गया है।
रितिका: हाँ सही पहचाना हो गया है। अच्छा अब मुझे चलना चाहिए मॉम वेट कर रही होंगी।
सैम: चलो मैं छोड़ देता हूँ।
रितिका: नहीं मैं चली जाऊँगी। तुम रेस्ट करो।
सैम: ओके।
फिर रितिका अपने घर चली जाती है और अब उसकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था उसे आज सब मिल गया था।
वो अपने घर आती है तो उसकी मॉम आज उसे इतनी ख़ुश देख।
रागिनी: क्या बात है बेटा आज बहुत ख़ुश लग रही हो। वरना तुमने तो हँसना ही छोड़ दिया था उस दिन के बाद।
रितिका: अपनी मॉम के गले लगते हुए। मॉम मॉम मॉम आज में बहुत बहुत बहुत ख़ुश हूँ।
रागिनी: ऐसा क्या हो गया जो तू इतनी ख़ुश है।
रितिका: मॉम आज मुझे सब कुछ मिल गया। मैंने जो चीज़ कुछ साल पहले खो दी थी आज वो मुझे हमेशा के लिए मिल गया है।
रागिनी: मतलब।
रितिका: मॉम सैम मुझसे आज भी उतना ही प्यार करता है जितना पहले करता था इनफैक्ट उससे ज्यादा करता है।
रागिनी: सैम!!!
रितिका: मॉम समीर। मेरा समीर।
रागिनी: क्या उसने तुझे माफ़ कर दिया। यानी तूने उसे सच बता दिया।
रितिका: हाँ मॉम। आज मैंने उसे सब सच बता दिया और वो मुझसे आज भी प्यार करता है।
रागिनी: पर तेरे डैड ने बताया था उसकी एक गर्लफ्रेंड भी है।
रितिका: हाँ मॉम पता है। और ना मुझे उससे और ना उसे मुझसे कोई प्रॉब्लम है। इनफैक्ट सैम ने उसे एक्सेप्ट करने के पहले ये बता दिया था के वो मुझसे प्यार करता है और उसे मुझे एक्सेप्ट करना पड़ेगा।
रागिनी: फिर भी बेटी। क्या ये ठीक रहेगा। एक के होते हुए भी दूसरी।
रितिका: मॉम मैं अब उसे नहीं खो सकती। पहले ही डर से उसे खो चुकी थी और हर रोज़ एक मौत मरती थी पर अब नहीं। अब अगर वो मुझे ना मिला तो मैं शायद अब ज़िंदा ना रहूँ।
रागिनी: इतना कितना प्यार करती है उसे। और कैसे कर लिया।
रितिका: कैसे किया ये तो मुझे भी नहीं पता पर उसके बिना जीना तो मैं सोच भी नहीं सकती।
रागिनी: अगर उस नीच इंसान को ये पता चला और उसने उसे कुछ कर दिया तो।
रितिका: मॉम वो अब समीर नहीं सैम है। और मेरे सैम को छूने की हिम्मत उसमें तो क्या उन सिन्हानिया और मल्होत्रा किसी में नहीं है।
रागिनी: अरे हाँ तेरे डैड ने कॉल किया था आज कॉलेज में आकाश ने तुझे प्रपोज़ किया था और तूने सबके सामने उसे थप्पड़ मार दिया। ये सब क्या है।
रितिका: तो और क्या करती मॉम। वो मेरे सामने मेरे सैम को मारने की धमकी दे रहा था। मुझे गुस्सा आ गया इसलिए मार दिया।
रागिनी: अगर उसने या उसके बाप ने कुछ कर दिया तो।
रितिका: डोंट वरी मॉम। अब मेरा सैम मेरे साथ है। कोई मुझे छू भी नहीं सकता।
बस आप ये बात किसी से मत कहिएगा ख़ास कर रितु से वो बच्ची है और रिया की फ्रेंड भी अगर उसने ग़लती से बोल दिया तो उस इंसान को पता चल जाएगा।
रागिनी: तू चिंता मत कर। जा चेंज कर ले।
फिर रितिका अपने कमरे में आ जाती और वहाँ पे भी पागल की तरह डांस करने लगती है।
इधर सैम काल को पूछता है।
सैम: काल तुम्हें जो काम दिया था वो हो गया।
काल: हाँ सर।
सैम: तो आज रात से इंडिया पे DEVIL का कहर बरसेगा। तुम सिन्हानिया और मल्होत्रा के हर धंधे के बारे में पता करो।
काल: सर आपके पहले काम के साथ ही ये हो गया है। ये लोग अपनी कंपनी के पीछे ड्रग्स स्मगलिंग, और लड़कियों को किडनैप कर उन्हें दूसरे देशों में बेचते हैं सर।
सैम: तो आज से उनकी बर्बादी स्टार्ट। और अंडरवर्ल्ड का क्या हुआ।
काल: इनमें से बहुत से धंधे अंडरवर्ल्ड के भी हैं। जिसमें यहाँ का एक स्टेट मिनिस्टर अटैच है। और अंडरवर्ल्ड के लोग आपको ढूँढ भी रहे हैं।
सैम: ठीक है। चलो आज मल्होत्रा को एक झटका देते हैं।
काल: जैसा आप कहें सर।
सैम: तो बताओ कहाँ है इनका सामान।
काल: सर शहर के बाहर एक गोदाम है जिसमें मल्होत्रा का ड्रग्स है। और कल ही वहाँ पे नया कंसाइनमेंट भी आया है।
सैम: ठीक है तो कल मिलेगा मल्होत्रा को उसका पहला झटका और तुम उसके बेटे की पूरी कुंडली निकालो कहाँ जाता है किससे मिलता है कब मिलता है सब कुछ।
फिर सैम थोड़ी देर सो जाता है। रात को डिनर करके वो DEVIL के गेटअप में उस गोदाम में जाता है।
सैम: काल यहाँ पे जितने CCTV कैमरा हैं सबको अपने कंट्रोल में लो। और सब कुछ रिकॉर्ड करना सिवाय मेरे फेस के।
काल: ओके सर।
फिर सैम अंदर जाता है। वहाँ पे कुल 15 आदमी थे जो उस ड्रग्स को संभाल रहे थे। और सबके पास गन्स थे।
सैम अपनी स्वॉर्ड को निकालता है। और उनके सामने जाता है।
A1: अबे तू कौन है बे और अंदर कैसे आया।
सैम: तेरी मौत।
A1: अए चल निकल यहाँ है। वरना बे मौत मारा जाएगा।
सैम आगे बढ़ता है तो वहाँ खड़े आदमी सैम पे गोलियाँ चलाने लगता है। पर गोलियाँ सैम को छू कर गिर जाती हैं ये देख आदमी शॉक हो जाते हैं।
A1: डर के। कौन है तू और ये गोलियाँ तुझे लग क्यों नहीं रही हैं।
सैम: DEVILLLLL।
जैसे ही वहाँ खड़े आदमी ये नाम सुनते हैं वहाँ खड़े सदमे में आ जाते हैं। कुछ तो अपनी पैंट गीली कर देते हैं।
A1: भाई हमसे ग़लती हो गई हमें माफ़ कर दो। हम ये काम छोड़ देंगे।
सैम: DEVIL माफ़ नहीं सिर्फ़ साफ़ करता है। DEVIL की डिक्शनरी में माफ़ी बोलके कोई चीज़ नहीं है।
ये बोलके सैम अपनी स्वॉर्ड से सबको चीर फाड़ देता है। कुछ देर में वहाँ 15 आदमियों की कटी हुई लाशें पड़ी थीं।
सैम फिर वहाँ पड़े ड्रग्स को जला देता है। वहाँ करीब 100 किलोग्राम ड्रग्स पड़ा था।
सैम: काल पुलिस और मीडिया को कॉल करके यहाँ का एड्रेस दो और ये वो फुटेज ऑन एयर कर दो।
काल: ओके सर।
फिर सैम वहाँ से निकल जाता है। थोड़ी देर में वहाँ पुलिस और मीडिया आ जाती है। पुलिस और मीडिया वाले वहाँ कटी हुई लाशें देख कर उल्टियाँ स्टार्ट कर देती हैं।
पुलिस कैसे भी करके इन्वेस्टिगेट करती है। मीडिया सब रिकॉर्ड करती है। उनको ये कटी हुई लाशें देख कर पता चल गया था ये काम DEVIL का है। पुलिस वहाँ जली हुई ड्रग्स के लिए फोरेंसिक को बुलाती है।
फोरेंसिक उन्हें बोलती है यहाँ 100 किलोग्राम के करीब ड्रग्स था।
मीडिया पुलिस से पूछती है ये किसका गोदाम है और ये ड्रग्स किसका है।
पुलिस: देखिए अभी इन्वेस्टिगेशन चल रही है। आप और हम एक साथ ही आए हैं। बहुत जल्द पता चल जाएगा।
मीडिया: सर ऐसे किसी इंसान को चीर कर सिर्फ़ DEVIL ही मारता है। क्या वो अब इंडिया में आ चुका है।
पुलिस: देखिए अगर वो इंडिया में है तब सारे क्रिमिनल्स के लिए ये बहुत बुरी न्यूज़ है। और अगर ये सच है तो उसने ही यहाँ पे ये किया है और ड्रग्स को जलाया है।
मीडिया: तो क्या आप उसे अरेस्ट करेंगे।
पुलिस: क्या आपने कभी DEVIL का फेस देखा है। आज तक उसे किसी ने नहीं देखा वो कैसा दिखता है ये कोई नहीं जानता। और ये आप भी जानते हैं उसमें किसी भी वेपन का कोई असर नहीं होता। फिर भी हम पूरी कोशिश करेंगे। बाकी इन्वेस्टिगेशन होने के बाद।
फिर मीडिया वहाँ से सब रिकॉर्ड करने के बाद चला जाता है। पुलिस भी वहाँ से कटी हुई लाशों को ले वहाँ से चला जाता है और उस गोदाम को सील कर देती है।
अगले दिन पूरे शहर में ये न्यूज़ फैल जाती है और काल ने भी वीडियो वायरल कर दिया था। पर पुलिस को ये पता ना चला वो गोदाम किसका था।
पूरे शहर में सिर्फ़ DEVIL के चर्चे हो रहे थे। कोई DEVIL के आने से बहुत ख़ुश था तो कोई बहुत परेशान। कोई उसके इस कांड को देख कर ख़ुशी मना रहा था तो कोई गुस्से से तोड़फोड़ कर रहा था।
सुबह जब मल्होत्रा को पता चला तो उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। उसका करोड़ों का लॉस हो गया था। और जिसका ड्रग्स वो रियल में था उसका पता नहीं कितना लॉस हुआ था।
मिस्टर मल्होत्रा: ये सब क्या है। कौन है ये DEVIL जिसने मेरा करोड़ों का लॉस करवा दिया। और इसको पता कैसे चला इसके बारे में। अब पता नहीं वो क्या करेगा।
करन: कौन क्या करेगा डैड।
मिस्टर मल्होत्रा: जिसका ये ड्रग्स था वो। वो एक चलता फिरता मौत का सौदागर है और अब तक तो उसको भी ये बात पता चल गई होगी पता नहीं वो अब क्या करेगा।
तभी उसके पास एक कॉल आता है।
मिस्टर मल्होत्रा: हेलो।
सामने से कोई कुछ बोलता है।
मिस्टर मल्होत्रा: सर आप टेंशन ना ले मैं उसे जल्दी ही खोज लूँगा। जिसने आपका इतना बड़ा लॉस किया है वो ज़िंदा नहीं बचेगा। प्लीज़ मुझे एक मौक़ा और दे।
सामने कोई कुछ बोलता है।
मिस्टर मल्होत्रा: जी सर। मैं देख लूँगा और इस बार कोई ग़लती नहीं होगी।
फिर कॉल कट हो जाता है।
करन: कौन था डैड।
मिस्टर मल्होत्रा: वही मौत का सौदागर। उसे जल्द से जल्द खोजने को कहा है। तू उस सिन्हानिया के पिल्ले का पीछा छोड़ और इस DEVIL का पता लगा वरना वो पता नहीं हमारा क्या करेगा।
करन: ओके डैड।
इधर सिन्हानिया और राजेश को भी बहुत तगड़ा झटका लगता है न्यूज़ और वो वीडियो देख कर।